Wings of fancy

Monday, April 8, 2013

'मुझे बचाना'


आ जाओ खेलो
शीतल छाया देंगे
मित्र बुलालो

थक जाओ ज्यों
आराम करो सब
पंखा नीचे त्यों

पक्षी देखोगे
मेरे आंगन आओ
चूजे भी पाओ

छतरी खोई?
बारिश से बचना
आ जाओ नीचे

भूखे,प्यासे हो?
फल खाओ या चूसो
घर लौटो जब

क्यूं पहचाना?
पेड़ मुझे कहते
मुझे बचाना
-विन्दु
(बाल साहित्य)

4 comments:

  1. बहुत ही बेहतरीन सुन्दर हाइकू...

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  2. सादर धन्यवाद महोदय!

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  3. वाह क्या बात है! बहुत सुन्दर!

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